तापमान के लिए पदार्थ का होना जरुरी है और तापमान एक तरह की ऊर्जा है। इस ऊर्जा के लिए किसी न किसी पदार्थ की उपस्थिति होना जरुरी है, ब्रह्मांड में बहुत सी ऐसी जगह है जहा कोई पदार्थ नही है और साथ ही वहा किसी तरह का कोई तापमान नही रहता है। पर अन्तरिक्ष में ज्यादा से ज्यादा तापमान क्या हो सकता है? तापमान और ऊर्जा आपस में जुड़े हुए होते है इसी अधिकतम तापमान को अधिकतम ऊर्जा में भी मापा जा सकता है।
तापमान या तो अधिकतम होता है या फिर न्यूनतम, इसमें न्यूनतम तापमान मापना तो अभी तक आसान है पर अधिकतम तापमान मापना बिलकुल भी आसान नही है। तापमान किसी भी पदार्थ के कणों की गति पर निर्भर है और कणों की अधिकतम गति का मापना आसान नही है।
जब हम ऊर्जा को अधिकतम पर ले जाते है तो वह अधिकतम तापमान हो जाता है। जिसे मापना सम्भव नही है। अभी तक का सबसे कम तापमान न -273.15 डिग्री के आपस पास मापा गया है, इस तापमान पर पदार्थ के कणों में किसी तरह की कोई गतिविधि नही होती है।
गर्म तापमान की बात की जाएँ तो सैद्धांतिक रूप से अधिकतम तापमान 142,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000 केल्विन होगा, वर्तमाना जानकारी के अनुसार इससे अधिक तापमान होना सम्भव नही है।
इस तापमान के निकट तापमान बिग बेंग के समय पहुचा था फिर भी इतना नही था। तेजी से हो रहे विस्तार के कारण अन्तरिक्ष के कण आप में सम्पर्क नही बना पा रहे थे, ऊष्मा का प्रवाह न होने के कारण तापमान नही माना जा सकता है पर यह अधिक तापमान वाली स्थिति ज्यादा समय तक नही रही और लगातार तापमान कम हो रहा है।
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